अध्ययन और अध्यापन कार्य में शैक्षणिक पुस्तकालयों की भूमिका (रीवा जिले के विशेष संदर्भ में)
Keywords:
शैक्षणिक पुस्तकालय, अध्ययन और अध्यापन, रीवा जिला, सूचना संसाधन, पुस्तकालय सेवाएँAbstract
शैक्षणिक पुस्तकालयों की स्थिति एवं ज्ञान तथा सूचनाओं के स्रोत के रूप में पुस्तकालयों में सूचना सुविधाओं की क्रियाशीलता का अध्ययन वर्तमान परिवेश में इसलिए समीचीन है कि शिक्षा में पुस्तकालय में सूचना सुविधाओं की प्रक्रिया किस सीमा तक छात्रों तथा अध्येताओं के लिए सूचना तथा तथ्यों के संग्रहण में उपयोगी सिद्ध हो रही है। सूचना सुविधाओं द्वारा पुस्तकालयीन व्यवस्था के विकास में किस सीमा तक प्रयासरत हैं, इसका विश्लेषण प्रस्तुत शोध के लिए महत्वपूर्ण है। शैक्षणिक पुस्तकालय समाज के अपरिहार्य स्तंभ हैं, जो शैक्षिक, सांस्कृतिक, सामाजिक और सूचनात्मक आवश्यकताओं को संबोधित करने वाली विभिन्न भूमिकाओं को पूरा करते हैं। वे पुस्तकों के मात्र भण्डार से कहीं अधिक हैं, पुस्तकालय बौद्धिक विकास और पीढ़ियों के बीच ज्ञान के प्रसार के केंद्र हैं। अपने मूल में, शैक्षणिक पुस्तकालय ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व के अभिलेखागार को बनाए रखते हुए सामूहिक मानव ज्ञान को संरक्षित करते हैं, साथ ही साथ समकालीन संसाधनों तक पहुँच प्रदान करते हैं जो आबादी की लगातार बदलती जरूरतों को पूरा करते हैं। उदाहरण के लिए, पुस्तकालय पारंपरिक प्रिंट मीडिया, डिजिटल सामग्री और इंटरैक्टिव शिक्षण उपकरणों तक फैले संसाधनों को क्यूरेट करते हैं, यह सुनिश्चित करते हुए कि वे तेजी से डिजिटल होती दुनिया में प्रासंगिक बने रहे।