रीवा जिले के आर्थिक विकास में कृषि क्षेत्र का योगदान
Keywords:
कृषि, जुताई, भूखण्ड, परिस्थितियाँ, सामाजिकAbstract
रीवा जिले की कृषि व्यवस्था अविकसित और पिछड़ी हुई है इसमें अनेक प्रकार की असमानताएँ देखने को मिलती है। अध्ययन क्षेत्र में कृषि की इन असमानताओं के लिए कई आर्थिक सामाजिक एवं भौगोलिक परिस्थितियाँ उत्तरदायी हैं। यहाँ का अधिकांश कृषक वर्ग भूमिहीन है। पर्वत और मैदान तीन प्रकार के भूखण्ड मिलते है। इन सभी भूखण्डों की मिट्टियाँ कई प्रकार की हैं जिसके कारण कृषि कार्य में कुछ विभिन्न प्रकार की तकनीक एवं सावधानी आवश्यक है। इसके अन्तर्गत कृषि व्यवस्था में अनेक कार्यों जैसे कृषि कार्य का संचालन, कृषि आंकलन, खेतों की जुताई, खाद एवं सिंचाई आदि कार्यों का निर्धारण होता





